परंतु इस बिल के मसौदे में ये भी ध्यान रखना होगा के कहीं इसका दुरपयोग ना हो! क्योंकी कोई भी व्यक्ति प्रधानमंत्री को इस बिल का उपयोग कर देश को आस्थिर कर सकता है! चूंकि प्रधानमंत्री पद की एक गरिमा होती है, और वह देश की सुरक्षा, अखंडता, राजनीती, अंतराष्ट्रीय संबंध आदि मामले से जुड़ी होती है. अतः ये आवश्यक रह गया है के इनपर बेवजह के आरोपों से भी अंकुश लगाने के लिए कठोर उचित उपाय आवश्यक रहेगा, और तभी इस बिल की साख भी बनी रहेगी और देश भ्रष्टाचारमुक्त हो पाएगा! हमारे देश में भ्रष्टाचार इस कदर घुल-मिल गया है, के इसे ख़त्म किए बगैर एक संपर्भु राष्ट्र का निर्माण होना असंभव है, इसलिए भ्रष्ट रूपी दानव का समूल नाश आवश्यक रह गया है और इस कार्य में हम सब देशवासियों को मिल जुलकर इस आंदोलन को मुखर और सफल बनाना होगा ! (आमीन)
भ्रष्टाचार
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